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email kya hai what is email in hindi detailed information a 2 z
email kya hai (what is email) : E mail की full form होती है electronic mail , जब हम internet की सहायता से किसी computer या अन्य उपकरण से किसी दूसरे computer या अन्य उपकरण को पत्र अर्थात mail भेजते हैं तो इस प्रक्रिया को ही email कहते है।
आज Email को सरकारी विभागों एवं कार्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों आदि स्थानों पर सूचना भेजने तथा प्राप्त करने का आधिकारीक रूप से प्रयोग किया जाता है.
email ठीक उसी प्रकार काम करता है जैसे की कोई साधारण mail काम करता है , जिस प्रकार हमें एक साधारण mail भेजने में उस व्यक्ति या संस्था का पता अर्थात address चाहिए होता है ठीक उसी प्रकार email में भी हमारे पास उस व्यक्ति या संस्था का email address होना चाहिए जिसे हम email कर रहें हैं
जैसे हम साधारण पत्र लिखते समय उसके envelope के ऊपर प्राप्त करने वाले का नाम (Receiver) और उसका पता (Address) और नीचे या envelope के पीछे भेजने (Sender) वाले का नाम लिखते है और अन्दर paper के ऊपर अपना संदेश (Message) लिखते हैं ,
उसी प्रकार किसी को email करने के लिए हमें एक email address की आवश्यकता होती है जो यूजर-नेम और डोमेन नेम से मिल कर बना होता है। जैसे mail@gmail.com एक email address है जिसमे @ से पहले का नाम user name कहलाता है और @ से बाद का नाम domain name कहलाता है जैसे
scrubindia.info@gmail.com में scrubindia.info एक user name और gmail.com को domain name कहा जाता है
email की सहायता से हम किसी को भी अपनी application , biodata , resume , images etc या कोई अन्य attachments, internet की सहायता से किसी specific individual या group of individuals को भेज सकते हैं और किसी भी email को करने में हमारा कोई शुल्क नहीं लगता है
आज के समय में email की सुविधा अनेक companies दे रही है और वो इस सुविधा के लिए कोई शुल्क भी नही लेती हैं
इन companies को कुछ प्रसिद्द companies के नाम इस प्रकार हैं :- gmail, yahoomail , rediffmail etc
Email से क्या क्या कर सकते हैं ?
वैसे Email का प्रयोग text messages भेजने के लिए हुआ था किन्तु आज के समय में हम किसी को भी Email के साथ कुछ files को attach कर भी भेज सकते हैं. उदाहरण के लिए हम email के साथ images , PDF, document, audio , video, program या कोई दूसरी file भी भेज सकते हैं
email के लाभ (benefits of email)
साधारण email के अपेक्षा email के अनेक लाभ हैं जैसे
तत्काल वितरण (Instant delivery)
जब हम किसी को email भेजते है तो वो ( एक निश्चित समयावधि में ) लगभग उसी समय भेजे गए पते पर deliver हो जाता है , emails की delivery speed बहुत ही तेज होती है
तत्काल प्रतिउत्तर (Instant reply)
जब हमें किसी का email मिलता है तो हम उस email का reply उसी समय दे सकते है जबकि साधारण mail में किसी को reply भेजने में अनेक घंटे या दिन लग सकते हैं
संग्रहित सम्प्रेषण (Stored communication)
साधारण mail कागज पर लिखे जाते है जो कट, फट या जल भी सकते हैं या कहीं खो सकते हैं किंतु Email में हमारे सभी conversation का record रहता है जिसे हम कभी भी देख सकते हैं , उनका print ले सकते है और उनको किसी को forward भी कर सकते हैं
हमारे द्वारा भेजे गए प्रत्येक Email की एक कॉपी email service provider के Mail Server पर तब तक सुरक्षित रहती हैं जब तक हम उसे intentionally delete नहीं कर देते हैं
निशुल्क सम्प्रेषण (free communication )
email करने में खर्चा ना के बराबर होता हैं क्योंकि email में हम साधारण mail जैसे कागज,पेन, लिफाफे या टिकट आदि का प्रयोग नहीं करते हैं,
हमारा खर्च मात्र internet को प्रयोग करने में होने वाला खर्च ही होता है क्योंकि email करने की सुविधा भी अधिकतर email services provider free में ही देतें है
email में हमें मात्र internet , computer या laptop या smartphone की आवश्यकता ही होती है
email करने के लिए एक email account भी आवश्यक होता है और ये account भी हम free में ही बना लेते हैं, इसमें हमें एक भी पैसा खर्चा नहीं करना पड़ता है.
सुरक्षित सम्प्रेषण (Secure communication)
साधारण mail अनेक बार खो जाते हैं या गलती से किसी दूसरे के पास भी चले जाते हैं किंतु email बहुत ही सुरक्षित होते हैं क्योंकि इसमें email जहाँ जाता है वो ही इस email को पढ़ सकता है और इस email को पढने के लिए वो अपने email account को एक login id और password से खोलता है , बिना login id और password के उस email को कोई नही पढ़ सकता है
विभिन्न प्रकार की फाइल शेयरिंग
(different files sharing )
email में हम multimedia files और विभिन्न प्रकार की documents files और audio , video files, images को भी share कर सकते हैं
email से हानि (losses from email)
Emails के तो बहुत सारे Advantages हैं लेकिन उसके साथ इसके कुछ disadvantages भी हैं जिनके विषय में हम नीचे जानेंगे.
इंटरनेट उपलब्धता (internet connectivity)
हम सभी Emails भेजने या receive करने के लिए Internet Connectivity पर निर्भर होते हैं और अनेक स्थानों पर अच्छी internet connectivity नही मिल पाती है, जिसके कारण हमारा computer / smartphones etc internet से connect नही हो पाते हैं और इस कारण ऐसे स्थानों पर emails करना कभी कभी कठिन हो जाता है on की जरुरत होती है.
स्पैम / अनचाहे ईमेल आना (spam)
अनेक companies अपने business के विस्तार के लिए या अपने सामान / सेवा की बिक्री के लिए email marketing करती हैं और इस email marketing में वो अधिक से अधिक लोगों को email करते है जिसमे ऐसे लोग भी होते हैं जिनको उनका सामान / सेवा नहीं लेनी होती है और उनके लिए वो emails अवांछित अर्थात undesirable emails होते हैं
जब ये अधिक संख्या में हमारे inbox में भर जाते हैं तो हमारी आवश्यकता के email ढूँढना कठिन हो जाता है , ऐसे emails को spam कहते हैं
निश्चित आकार की फाईल भेजने के क्षमता
(email files size limitation)
email के द्वारा फाइल तो शेयर कर सकते है किंतु फाइल्स का आकार एक निश्चित सीमा का ही होना चाहिए , Emails में हम अधिक बड़ी Size की Files को नहीं भेज सकते हैं, Emails में Files size के ऊपर कुछ नियम होते है जैसे की Gmail में 25 Mb से अधिक बड़ी Files को email के द्वारा नहीं भेज सकते हैं.
निश्चित प्रकार की फाइल्स भेजने की क्षमता
(email files types limitation)
Emails में सभी प्रकार की files को नही भेजा जा सकता है , कुछ निश्चित प्रकार की files को ही email के द्वारा भेजा जा सकता है जैसे जिन files का Formats doc , xls , pdf , txt ,html या mp3 etc होता है तो ऐसी files को email के द्वारा भेजा जा सकता है किंतु exucatable format जैसे .exe files को नही भेजा जा सकता है,
.exe files को भेजने के लिए पहले उन files को .zip file में convert करना होता है और उसके बाद आप उन्हें e-mail के माध्यम से भेज सकते हैं.
तकनीकी जानकारी Technical Knowledge
email करने के लिए आपको थोड़ी बहुत तकनीक की जानकारी भी होनी चाहिए जैसे computer / smartphones etc को चलाना आना चाहिए और साथ ही जिस email service provider की website / app को आप प्रयोग कर रहें हों – use चलाना भी आना चाहिए ,
आपको ये पता होना चाहिए कि email भेजने के बाद वो sent में दिख रहा है या नही , कहीं वो outbox में ही तो नही पड़ा है आदि जानकारी होनी चाहिए
Email ID किसे कहते हैं (what is email id) what is email
Email भेजने और प्राप्त करने के लिए एक email address की आवश्यकता होती है , इसी email address की Email ID कहते हैं , email id बनाने की सुविधा अनेक email service provider निशुल्क देते हैं
जैसे Gmail, Outlook, Yahoo Mail, Hotmail, rediff mail आदि , आप इनमें से किसी एक या अधिक पर email id जिसे Email account भी कहते हैं बना सकते हैं
अब आपको email id बनाने के लिए अपनी पसंद के email service provider के webpage पर जाना होगा, वहां आपको 2 विकल्प मिलेंगे, एक sign in और दूसरा sign up
sign in हम तब करते हैं जब हमारे पास email id पहले से ही हो और उसको हम प्रयोग करना चाह रहे हों
वहीँ sign up हम तब करते हैं जब हम कोई नयी email id बनाना चाहते हों ,
जब Email account बन जायेगा तो आपको एक unique email id मिल जाएगी जैसे scrubindia.info@gmail.com एक email id है.
किसी भी email id में मुख्य रूप से दो भाग होते है :
Username और Domain Name
Username
किसी भी Email ID में @ से पहले आने वाला भाग username कहलाता है और ये किसी भी email service provider के द्वारा जारी किये गए email ids में unique होता है
जैसे scrubindia.info@gmail.com में scrubindia.info username है जो gmail.com के द्वारा जारी सभी email ids में unique होगा अर्थात gmail.com पर दूसरा कोई भी scrubindia.info username नहीं ले सकता है
किंतु इसी username को दूसरे email service provider अपने domain name के साथ दे सकते हैं जैसे scrubindia.info@yahoo.com
Domain Name
Email Address में @ के बाद आने वाला भाग Domain Name होता है जैसे scrubindia.info@gmail.com में @ के बाद gmail आता है जोकि एक domain name है और .com से ये पता चलता है कि ये एक commercial domain name है , यदि domain name के साथ .org जुड़ा होता है तो इससे पता चलता है कि domain name किसी organization का है , यदि domain name के साथ gov.in जुड़ा है तो इससे पता चलता है कि ये भारत सरकार के किसी विभाग का domain है जिसमे gov सरकारी विभाग और in भारत से जुड़ा हुआ है
@ का चिन्ह
इसे at the rate या at बोला जाता है. ये Username और Domain Name के बीच में आता है और ये बताता है कि ये username इस domain का है
what is email
email का इतिहास
(History of Email in Hindi)
Ray Tomlinson को email का अविष्कारक माना जाता है क्योंकि संसार का सबसे पहला e-mail Ray Tomlinson के द्वारा वर्ष 1971 में पहली बार भेजा गया था. Ray Tomlinson ने उस e-mail को ही भेजा था और एक प्रकार से इसे हम email testing के रूप में देख सकते हैं , उस email में उन्होंने कुछ letters लिखे थे “QWERTYUIOP“ .इस letters के रूप में उस email को internet के उस समय के network , Arpanet के माध्यम से भेजा गया था .
इस प्रकार आप कह सकते हैं कि internet और email का विकास का समय लगभग एक ही था , वैसे email के concept पर काम वर्ष 1960 के आसपास ही प्रारम्भ हो गया था.
ये भी पढ़े : Types of Internet in Hindi –इंटरनेट के प्रकार a2z easy explanation
email करने के लिए क्या आवश्यक है ?
email करने के लिए हमें ऐसा कुछ भी नही चाहिए जिसमे आपका अधिक पैसा लगता हो , यदि आपके पास नीचे दी गयी सुविधाएँ है तो आप भी बड़ी सरलता से email कर सकते हैं जैसे :
आपके पास एक
- internet connection
- computer / smartphone
- email account of email service provider
और थोड़ी सी technical knowledge
internet connection
computer या smartphone किसी भी device से email करने के लिए हमारे पास एक ठीक ठाक स्पीड वाला internet connection अवश्य होना चाहिए क्योंकि email एक electronic mail है जो internet के द्वारा ही किया जा सकता है , internet अनेक प्रकार का होता है ( types of internet ) जिसे करने के लिए ऐसा internet connection का प्रयोग ठीक रहता है जिसकी connectivity अधिकतर स्थानों / समय पर ठीक होती है
computer / smartphone
सभी computer / smartphone में internet को प्रयोग किया जा सकता है , लेकिन जिसका processor अधिक स्पीड का होता है और जो internet की 4G – 5 G internet connection को प्रयोग करने में सक्षम होता है ,वो ही computer / smartphone ठीक माना जाता है
email account of email service provider
आज के समय में अनेको companies free email account की सुविधा देती है और email की free सुविधा का लाभ लेने के लिए हमें मात्र उस company की website या app पर जाकर एक account बनाना होता है
email service provider डाकघर जैसा ही होता है और उसी प्रकार काम करता है , email से जुडी सभी जानकारी आपके email account में आगे के लिए stored रहती है.
आइये जान लेते है कुछ लोकप्रिय email सर्विस प्रोवाइडर के नाम
list of some popular email service provider in world
- Gmail
- Outlook
- Yahoo! Mail
- ProtonMail
- Zoho Mail
- iCloud Mail
Gmail – पूरे संसार के साथ साथ भारत में भी सबसे अधिक लोकप्रिय फ्री ईमेल सर्विस प्रोवाइडर है gmail , चूँकि gmail google के द्वारा संचालित है और google की ही एक email सेवा है इसलिए इसका नाम google के पहले अक्षर g से start होता है , google mail ही gmail है , आज gmail को साधारण व्यक्ति से अति महत्वपूर्ण व्यक्ति सभी लोग प्रयोग कर रहे है
Outlook – ये microsoft company के द्वारा संचालित ईमेल सर्विस है जिसे बड़ी संख्या में business / professional प्रयोग कर रहे हैं Outlook पर भी आप अपनी पर्सनल ईमेल आइडी free में बना सकते हैं
Yahoo! Mail – Yahoo भी google जैसा ही एक Search Engine है जिस पर आप कुछ भी सर्च कर सकते है. yahoo पर वर्ष 1994 में स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दो student Jerry Yang और David Filo पर काम कर रहे थे और उन दोनों ने एक वर्ष वर्ष 1995 में इसे yahoo के नाम से लांच कर दिया था, शुरुआत में yahoo एक कमर्शियल Website थी जिसमे news के साथ विज्ञापन चलते थे,
और आज के समय में yahoo, Google और Bing के बाद सबसे अधिक search किया जाने वाला Search Engine है। Yahoo का full form “Yet Another Hierarchical Officious Oracle “ होती है.
ProtonMail – एक सशुल्क सुरक्षित email service है जिसका सर्वर स्विट्ज़रलैंड में स्थित हैं , ProtonMail को अन्य email services से अधिक secure माना जाता है इसीलिए ProtonMail की services free नही है , Google अपनी services के साथ विज्ञापन दिखाता है जबकि ProtonMail में कोई विज्ञापन नहीं होता है।
ProtonMail हमारी data / information की सुरक्षा और सुरक्षित मैसेजिंग को प्राथमिकता देता है
Zoho Mail – Zoho Mail की सहायता से Free Custom Email या Professional Business Email बना सकते हैं, इसको अधिकतर bloggers / website developer प्रयोग करते हैं , इसमें आप domain provider या फिर cPanel को use करके free email account बना सकते हैं या Zoho Main use कर सकते हैं.
iCloud Mail – ये एक Apple द्वारा संचालित एक online email service है जिसको प्रयोग करने के लिए आपको पहले अपने iPhone, iPad, iPod touch या Mac पर एक primary iCloud email id बनानी होगी । जिसके बाद आप Macs, iPhones, और iPads जैसी devices पर data share कर सकेंगे,
Apple’s iCloud service को प्रयोग करना free है , यदि आपको free online storage से अधिक की आवश्यकता होगी तब आप extra storage space भी खरीद सकते हैं लेकिन इसके लिए एक monthly fee देनी होगी
Rediffmail – Rediffmail भी gmail , yahoomail जैसी ही एक email service provider company है जिसकी शुरुआत अजित बालकृष्ण ने वर्ष 1996 में rediff on the net नाम के एक web portal के द्वारा की थी , ये एक भारतीय company है जिसके पास 95 million से भी अधिक users हैं और इस company में आज लगभग 300 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं
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